England Fourth Innings Chase Mastery | इंग्लैंड की चौथी पारी में रन चेज़ करने की काबिलियत

England’s current Test team has mastered the art of chasing targets in the fourth innings — something very rare in Test cricket history. टेस्ट क्रिकेट के 148 सालों में इतनी बार सफल रन चेज़ करने वाली टीमें गिनी-चुनी ही हैं।
From the thrilling 2019 Ashes series at Headingley, where Ben Stokes’ heroics led England to chase 359 runs, to the memorable 2022 Edgbaston Test against India, where they chased 378 — this team has created history time and again.
और अब 2025 में हेडिंग्ले में एक और कमाल, जब इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ 371 रनों का पीछा कर शानदार जीत दर्ज की।
The finishing blow came from wicketkeeper-batsman Jamie Smith, who smashed a six over wide long-on to seal the victory.
विजयी छक्का लगते ही स्टेडियम गूंज उठा और एक और ऐतिहासिक टेस्ट जीत इंग्लैंड के नाम हो गई।
चौथे स्थान पर 350+ स्कोर का पीछा करने की यह क्षमता इंग्लैंड को टेस्ट इतिहास की सबसे बहादुर टीमों में से एक बनाती है।
ऐसी लगातार जीतें इंग्लैंड को आज के युग की सबसे खतरनाक टेस्ट टीम बना रही हैं।
यह Self confidence दर्शाता है कि 2019 के test of headingele में 135 रन बनाकर jeet ko lane wale कप्तान शुभमन गिल को अपनी टीम पर और 300 से ज्यादा रन चेज़ करने की क्षमता पर पूरा भरोसा है। 25 वर्षीय युवा कप्तान की अगुवाई में उतरी भारतीय टीम के लिए यह हार बेहद कड़वी रही। बावजूद पांच शतकों के, टीम जीत हासिल नहीं कर सकी।
मैच में कई कैच छोड़े गए और खराब फील्डिंग सेटअप की वजह से आसान रन भी दिए गए, जो हार की बड़ी वजह बनीं। ऐसे हालात में जीत की उम्मीद कम ही थी। फील्डरों को सही जगह पर लगाना शुभमन गिल के लिए एक बड़ा सबक साबित होगा, खासकर जब वे नई जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
भारत की मुश्किलें तब और बढ़ीं जब चौथी पारी में जसप्रीत बुमराह ने 19 ओवरों में कोई विकेट नहीं लिया। साथ ही, लोअर ऑर्डर का दो बार गिर जाना भी हार की एक अहम वजह रहा।
इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट ने 149 रनों की तेज़तर्रार पारी खेली और अपने साथी जैक क्रावली (65) के साथ मिलकर 188 रन की मजबूत साझेदारी बनाई। दोपहर बाद बारिश के कारण मैच दो बार रुका, लेकिन इस साझेदारी ने जीत की दिशा लगभग तय कर दी थी। डकेट को प्लेयर ऑफ़ द मैच का सम्मान मिला।
मैच के आखिरी दिन डकेट और क्रावली की रणनीति साफ थी — पहले बुमराह और सिराज की गेंदों को संभालना और फिर बाकी गेंदबाज़ों पर दबाव बनाना। यह रणनीति सफल साबित हुई।
शुरुआती ओवरकास्ट कंडीशंस में बुमराह और सिराज ने अच्छी लाइन-लेंथ से गेंदबाज़ी की, जबकि कप्तान शुभमन गिल ने तीन स्लिप और एक गली लगाकर आक्रामक फील्डिंग सेट की। लेकिन दोनों बल्लेबाज़ों ने गेंद की मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए लंच तक 117 रन की साझेदारी की, खासकर युवा तेज़ गेंदबाज़ प्रसिद्ध कृष्णा को टार्गेट करते हुए।
इसके बाद शुभमन गिल ने आक्रामक फील्डिंग हटा ली, जिससे इंग्लैंड के ओपनरों के लिए रन बनाना आसान हो गया।